Letra Allahi Allah de Niyaz

Letra de Allahi Allah

Niyaz


Allahi Allah
Niyaz
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अल्लाह ही अल्लाह किया करो
दुख ना किसी को दिया करो
जो दुनिया का मालिक है
नाम उसही का लिया करो

अल्लाह ही अल्लाह
अल्लाह ही अल्लाह

( अल्लाह ही अल्लाह किया करो
दुख ना किसी को दिया करो ) – २
जो दुनिया का मालिक है
नाम उसही का लिया करो

अल्लाह ही अल्लाह – ३

( अब चेहरे पे झूठ सजाके
मिटती है सचाई ) – २
झूठे को दुनिया में हमेशा
मिलती है रुसवाई

अब चेहरे पे झूठ सजाके
मिटती है सच्चाई
झूठे को दुनिया में हमेशा
मिलती है रुसवाई

( सच की राह पे चला करो
दुख ना किसी को दिया करो ) – २
जो दुनिया का मालिक है
नाम उसही का लिया करो

( अल्लाह ही अल्लाह किया करो
दुख ना किसी को दिया करो ) – २
जो दुनिया का मालिक है
नाम उसही का लिया करो

अल्लाह ही अल्लाह – ३

( शीशा टूट के जुड़ सकता है
दिल न जुड़े अगर टूटे ) -२
कितना है बेदर्द वोह इन्सां
प्यार का घर जो लूटे

शीशा टूट के जुड़ सकता है
दिल न जुड़े अगर टूटे
कितना है बेदर्द वोह इन्सां
प्यार का घर जो लूटे

( ऐसा ज़ुल्म न किया करो
दुख ना किसी को दिया करो ) -२
जो दुनिया का मालिक है
नाम उसही का लिया करो

( अल्लाह ही अल्लाह किया करो
दुख ना किसी को दिया करो ) – २
जो दुनिया का मालिक है
नाम उसही का लिया करो

अल्लाह ही अल्लाह – ६


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